मेरे दोस्त भाई बहन जो भी हो अगर आप ब्लॉग्गिंग शुरू करने वाले हो तो यह पोस्ट आप के लिए कितना लाभकारी है आप केवल पढने के बाद जानेगे। अगर आप डोमेन होस्टिंग आदि में पैसा लगा चुके हैं तब भी या खरीदने की सोच रहें हैं तब भी आप इस “How to start a blog || Blogging guide for beginners || ब्लॉग्गिंग शुरू करने वालो के महतवपूर्ण नियम” को पूरा अध्ययन करें उम्मीद करता हूँ कि आप बहुत अच्छे से कार्य कर पाएंगे और आप को पैसे के साथ-साथ आनंद भी प्राप्ति करेंगे और ब्लॉग्गिंग का भी लुफ्त उठा पाएंगे।

इस Blogging के इस पोस्ट में क्या क्या मुख्य भूमिका निभाती है उसको बताया जायेगा और कैसे करें यह भी राह दिखाया जायेगा। मेरे हिसाब से अगर आप blogging करना चाहते हैं अपना कैरियर बनना चाहते हैं तो आप इन चीजो को मिस नहीं करना चाहेंगे। कर भी दिए तो बहुत पछतायेंगे। Some IMP Points for New Blogger that How to start a new blog.

अगर आप पोस्ट नहीं पढना चाहते हैं तो इसी पोस्ट के लास्ट में विडियो ऐड है उससे देख लें

Select Useful & Knowledgeable Niche

 आप सोच रहे होंगे भाई ये क्या बला है? तो बता दू Blogging करने के लिए सबसे पहले आप को Niche(नीच) की जरुरत पड़ेगी। नीच का मतलब किस टॉपिक पर आप पोस्ट लिखेंगे आप लोगो को अपने ब्लॉग के माध्यम से किस प्रकार का पोस्ट देना चाहते हैं। साफ शब्दों में कहे तो आप अपने वेबसाइट का नीव क्या चुनना चाहते हैं। जैसे यात्रा के बारे में, योग, व्यायाम, टेक, एजुकेशन, बालविकास, खेलकूद, जीव- जंतु, मोबाइल रिव्यु, ग्रन्थ, त्यौहार, देश-विदेश, कहानी, किस्से, शायरी, एअर्निंग आदि प्रकार से आप किस में सक्षम है पोस्ट लिखने में।

आप अपना विषय चुनिए और ध्यान दें कि आप उस पर कितना जानते है और कितना लिख सकते हैं। मान ले अगर पेड़ पौधों पर ब्लॉग्गिंग कर रहे हैं तो हम कितना जानते है पेड़ पौधों के बारे में और कितना लिख सकते हैं कब तक कितने पोस्ट तक लिख सकते हैं। कहीं दो चार पोस्ट बाद बंद न करना पड़े। इसका ध्यान आवश्य दें। जैसे आप आम के पेड़ के बारे में लिख रहे हैं तो इसके फल को बताएं इसकी कितनी प्रजाति है,इसके फायेदे और नुकसान, कहाँ पाए जाते हैं। कैसे उगाये जाते हैं। इनकी लकड़ियों का उपयोग आदि के बारे में विस्तार से लिखे। फिर अगला पोस्ट अमरुद, इमली सेव आदि के बारे में लिखे अपनी जानकारी के हिसाब से। मैंने बस एक तरीका बताया है आप खुद निर्णय लें How to Choose Best Niche? 

Choose Best Domain Name

Domain क्या है ? इसका परिचय तो नहीं देना पड़ेगा लेकिन फिर भी बता देता हूँ जैसे आप का पोस्ट जिस नाम के अंतर्गत दर्ज हो रहा है या परचित हो रहा है वही डोमेन है। अगर आप ने कोई दुकान खोला है जो मिठाई का है तो आप उसका नाम रखेंगे XYZ मिठाई स्टोर। अब यही नाम आप का डोमेन हो गया आप इससे से परचित हो रहे हैं। जैसे मेरे साईट का नाम Gyaantapari है इसका  परिचय http://gyaantapari.com से हो रहा है।

अगर आप ने आलरेडी खरीद ही लिया है तो फिर Choose क्या और बेस्ट क्या! हाँ अगर खरीदने वाले हैं या फिर सोच रहें हैं कि How to Choose the best Domain name? तो फिर भैया आपको एक अच्छा डोमेन लेना होगा। और उसके लिए आप सबसे जो Niche पसंद किये है, उससे मिलता जुलता नाम मिले तो जरुर देखे। दो चार आठ डोमेन को लिखे फिर उसकी रैंकिंग देखे क्या है क्या नहीं। लोगो क्या ज्यादा search करते हैं इस पर विशेष ध्यान रहे। उदाहरण के लिए अगर मेरा Niche(नीच) यात्रा है तो मुझे hamariyatra, indiantravel, travling abouttravel, shubhyatra आदि प्रकार से डोमेन सोचे और उसको देखे search करें। देखे किसका कितना search वैल्यू है। साथ में .in, .com, .co.in, .live, .net आदि विशेष रूप के डोमेन खोजे।

देखे किस देश को आप निशाना बना रहे हैं, आप को अपना पोस्ट कहाँ रैंक करना है। इसके मार्किट में कितने कोम्पटीटर उपलब्ध हैं। उनके साईट का क्या हाल है। इतना सब करने के बाद बात पैसे की आती है। फिर आप अलग अलग साईट पर जा कर डोमेन नाम का मूल्य देखे कहा सबसे सस्ता मिल रहा है, और कहा ऑफर चल रहा है। इसके साथ एक और भी ध्यान रखे कि आप जहाँ से डोमेन ले रहे हैं वहां पर कुछ प्रोब्लेम्स होने पर मद्दद मिलेगा कि नहीं? उनका कोई कांटेक्ट रिकॉर्ड है कि नहीं हेल्पलाइन नंबर है कि नहीं? इन चीजों पर विशेष ध्यान रखे और तभी आप एक अच्छा डोमेन नाम खरीद पाएंगे। अन्यथा आप को आज के टाइम में रैंक करने के लिए मनो लोहे के चने चबाने पड़ जाएँ।

 

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Choose Best Hosting

चलिए अब आप को होस्टिंग का भी परिचय करवा देते है। कि ये कौन हैं भाई साहेब? आपने अपना डोमेन नाम तो खरीद लिया आप पोस्ट लिख कर जिस सर्वर में रखेंगे उससे ही होस्टिंग कहेंगे। जैसे आप के दुकान का नाम XYZ मिठाई स्टोर है अब दुकान में जो मिठाई रुपी पोस्ट लिखेंगे, उस मिठाई को बनाने और रखने के लिए आप को एक रूम लेना पड़ेगा और उस जगह/रूम का पैसा देना होगा। उसी को होस्टिंग कहा जाता है। अब अलग अलग जगहों पर इसका भी अलग अलग महत्व और मूल्य होगा।

कुछ जगहों पर आप को होस्टिंग फ्री दिए जाते हैं जैसे Blogspot लेकिन यहाँ आप के कमाई से 35% to 45% तक बाद में आप के ले लिया जाता है आप के Adsense के कमाई में से। ये समझ लीजिये कोई दुकान खोलने को दे दिया है और जब आप कमाएंगे तो उसमे अपना कमिसन ले लेगा। अगर वही आप अपना मूल्य चूका कर ले रहे हैं तो कमाया हुआ सब आप का होगा। 

होस्टिंग अलग अलग तरह के होते हैं स्टार्टर ,इकॉनमिक, क्लाउड बेस, शेयरिंग आदि प्रकार का उसमे बहुत सारी सुविधा मिलती है आप अपने हिसाब से देख कर ख़रीदे। बहुत सरे साइट्स को देखे, उनके कस्टमर हेल्पलाइन को देखे, चल रहे ऑफर को देखे, क्या क्या कितने में मिल रहा है देखे। किन किन जगहों पर वेबसाइट बनाने की सुविधा दे रहा है जैसे WordPress आदि को देखे फिर ख़रीदे। और जब कुछ न समझ आ रहा हो तो एक दो महीने फ्री होस्टिंग पर देखे। उसके बाद आगे चल कर उससे अपग्रेड कर लें।

 

Apply Best & AMP Theme

आप के साईट की सजावट रागोरंग्त प्रत्यक्षता और दर्शन दृश्य ही थीम नाम से जाना जाएगा। इसको आप खुद से बना सकते हैं या कही से डाउनलोड कर सकते हैं। दुकान के उदाहरण से बताऊ तो XYZ मिठाई स्टोर में जो आप मिठाई की श्रेणी सजा कर रखेंगे या जिस प्रकार से अपने दुकान को सजायेंगे वही लुक आप का थीम कहता है। बहुत सारे थीम के फ्री version भी आते हैं उससे आप डाउनलोड करके अप्लाई भी कर सकते हैं। कुछ और अलग करना हो तो प्रो थीम भी आए हैं उन्हें आप खरीद कर अपग्रेड भी कर सकते हैं।

लेकिन जो देखने वाली बात रहेगी वो ये कि क्या थीम सूटेबल है आप के ब्लॉग साईट पर या नहीं। जैसे आप न्यूज़ साईट चलते हैं तो उसके लिए अलग लुक शायरी के लिए अलग, इससे प्रकार सभी Category के लिए अलग अलग होगा। और ज्यादातर कोशिश करें कि AMP थीम ही लगाये, ये SEO फ्रेंडली भी होता है और तीव्र भी। इस थीम को मोबाइल browser वालों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है। 

कोई भी थीम अप्लाई करने से पहले ये जरुर देखे उसमे page कहाँ सेट कर पाएंगे। कहाँ- कहाँ Ads लगाने के जगह दिए हैं। हैडर, फूटर और स्लाइडर अच्छे हैं कि नहीं? थीम ऑटो रेस्पोंसिव है या नहीं! किस कंपनी का थीम है किसने developing की है। कहाँ से बेस्ट डाउनलोड होगा, क्या थीम में कोई वायरस या मैलवेयर तो नहीं। फिर जाकर आप उससे डाउनलोड करें और अप्लाई करें।

Make Some Pages

मिठाई की दुकान आप ने तो खोल ली अब आप को उन मिठाई में कुछ quality रखनी पड़ेगी ताकि जो ग्राहक आये देखे और जाने आप किस प्रकार के मिठाई रखते हैं, आप का नियम कानून क्या है, कैसे साफ सफाई रखते हैं आदि। ठीक उसी प्रकार से आप को अपने वेबसाइट में About Us, Contact Us, Privacy Policy, Disclaimer etc. जैसे page बनाये। इससे क्या होगा चलिए जानते हैं।

  1. About Us– इससे लोग आपके साईट के बारे में जानेगे कि किस प्रकार का साईट है और ओनर और लेखक आदि के बारे में पता चल जाये कि कैसा पोस्ट लिखा जाता है और कौन कौन लिखता हैं जैसे मेरा About Us देखे।
  2. Contact Us– इससे लोग आपके साईट आदि में कुछ प्रॉब्लम होगा या कुछ खुद के लिए हेल्प चाहिए रहेगा तो आप से संपर्क कर सकते हैं चाहे email हो कॉल हो या कोई फिल करने के फॉर्म आदि हो जरुर बनाये जैसे कि मेरा Contact Us देखे 
  3. Privacy Policy– इसका मुख्य उद्देश है कि आप के साईट का कायदा कानून क्या है। आप लोगो को क्या क्या नियम बता रहे हैं अपने साईट आने के बाद, उनको किन नियमो का पालन करना पड़ेगा। जैसे कि मेरा Privacy Policy देखे।
  4. Disclaimer– इस में आप सारे अस्वीकर करने के नियम रखते हैं जैसे कि कोई पोस्ट कॉपी करता है तो आप क्या करेंगे। या कोई अपने डेटा देता है आप के साईट पर तो आप उससे सुरक्षित रखेंगे आदि नियम जैसे कि मेरा Disclaimer देखे।

ध्यान दे कि बिना इन सब पेजेज के गूगल आप को Adsense के लिए Aprooved नहीं करेगा अत: आप को ये सब लिखना अनिवार्य है।

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Add Google Analytics

गूगल Analytics एक प्रकार का Tracker है जो आप के साईट पर आने वाले लोगो का रिकॉर्ड रखता है। अभी कितने हैं, कितने आये थे कितना टाइम रुके, किस page पर थे, कौन सा पोस्ट पढ़ रहे थे, किस देश से है, कौन सा हैंडसेट उसे कर रहे हैं, किस कंपनी का नेट चला रहे हैं, किस browser से देख रहे है आदि प्रकार का रिकॉर्ड दिखाता है। इसका एक कोड मिलता है जिसको आप अपने वेबसाइट में पेस्ट करके वेरीफाई करना पड़ता है। उसके बाद ये अपना काम करना शुरू कर देता है। आप इसे अपने मोबाइल या कंप्यूटर आदि में अप्प्स या browser के मद्दद से उपयग कर सकते हैं।

Add Push Notification

अगर आप के पोस्ट के चहेते बन जाते हैं और उनको इंतजार रहता है आप के पोस्ट का तो आप के मजे ही मजे हो जायेंगे। लेकिन उनको कैसे पता चलेगा कि आप ने नया क्या लिखा या क्या अपडेट किया उनको या फिर जो एक बार आप के साईट पर आ चुके हैं उन्हें एक सन्देश पहुचना चाहिए। यही काम करता है पुश Nottification करता है। और आप कुछ अलग से भी भेजना चाहते है तो इसी के माध्यम से भेज सकते हैं। आप ने देखा होगा लोग YouTube में चैनल Subscribe करते हैं और बेल आइकॉन भी दबाते हैं। फिर उनका न्यू विडियो सामने को पता चलता है। ठीक ऐसे ही आप को अपने साईट में कस्टम करना पड़ेगा।

बहुत सारे साईट हैं जो ये काम करते हैं आप किसी को भी ज्वाइन कर लें। मैं किसी को नहीं बताऊंगा आप को जो अच्छा लगे अपने हिसाब से search करके देख लें। और लगा लें।

Remove Date Form Link

वैसे ये Optional है, अगर आप करना चाहते हैं तो करें नहीं तो आप इसका कोई खास काम नहीं है। अगर आप की साईट न्यू है और ज्यादा पोस्ट भी नहीं है तो ये करें नहीं तो कोई जरुरत भी नहीं है। जब भी आप कोई पोस्ट लिखे होते हैं और उसका लिंक देखते हैं तो उसे दिनांक भी दीखता है बस उसी को हटना रहता है और आप का पर्मालिंक बहुत ही अच्छा हो जाता है और रैंकिंग में बहुत मदद गार बन जाता है। आप का टारगेट कीवर्ड ही केवल होता है आप के पर्मालिंक में।आप की साईट स्लेश आप का पर्मालिंक मिल कर पोस्ट का एक लिंक create करते हैं। तो आप चाहे तो हटा सकते हैं।

Link Webmaster Tool

ये One of the best चीज है, इसका आप के साईट रैंक में बहुत बड़ा हाथ होता है। हर search इंजन का अपना एक webmastertool होता है जिसे search Console भी कहा जाता है। आप को अपने साईट के बारे में बताना होता है वेबमास्टर टूल को, चाहे वो गूगल का हो या Bing किसी का भी हो। आप अपने साईट के बारे में उससे बताये ताकि उसको पता चले आप किस प्रकार का पोस्ट लिखते हैं।

जब आप न्यू पोस्ट लिखेंगे तो उसके सर्च इंजन को पता हलेगा और आप के पोस्ट सा मिलता जुलता कीवर्ड अगर कोई search करता है तो आप का भी पोस्ट आ सकता है जिससे आप एक अच्छा खासा ट्रोफिक ला सकते हैं अपने पोस्ट पर।

Learn Proper SEO

SEO का मतलब Search Engine Optimization हर search इंजन का अपना एक नियम कायदा होता है। उसी के हिसाब से वो पोस्ट को रैंक करता है। यानि जब भी हम कोई पोस्ट लिखे तो हमें उसके नियम के अन्दर ही रह कर लिखना होगा ताकि हमारा भी पोस्ट रैंक करें। जैसे पोस्ट में इमेज का होना, कीने वर्ड बाद पैराग्राफ बदलना है, हैडिंग कैसे रखना है आदि। यही तो दिल होता है और यही जान होता है किसी भी पोस्ट का। इसका महत्व हमेशा रहता है। कोई भी search इंजन अपना नियम बदलते रहते हैं। हमें समय के हिसाब से उनके साथ चलना होगा।

जैसे हम नौकरी पाने के लिए 10 से 15 साल पढाई करते हैं ठीक उसी प्रकार ब्लोगिंग में कैरिएर पाने हेतु कम से कम 6 महीने तो सिहने में देना चाहिए। हमें सम्पूर्ण रूप से seo सीखना चाहिए। youtube पर एक प्लेलिस्ट seo का खोजे उसी हर एक विडियो को देखे और सीखे। तभी आप एक बेस्ट ब्लॉगर बन सकते हैं। नहीं तो कितना भी मेहनत कर लें कोई फयदा नहीं। चाहे आप 5000 या 10000शब्दों का पोस्ट लिखे कोई महत्त्व नहीं रखता। आप का पोस्ट seo friendly होना चाहिए।

Create Backlinks

किसी व्यक्ति द्वारा आप के दुकान बार ग्राहक भेजा जाना यानि वो आदमी आप का backlinks का काम करता है। जैसे किसी और के पोस्ट कमेंट या अन्य साईट से आप के वेबसाइट पर को आता है तो उस जगह पर दिया हुआ लिंक ही अप का backlinks कहलायेगा। मान लीजिये किसी बड़े ब्लॉगर ने आप के किसी पोस्ट का लिंक लगा रखा है अपने पोस्ट में और आप को वह ट्रोफिक मिल रहा हो अथवा किसी पोस्ट के निचे आप ने कमेंट किया हो अपने पोस्ट का लिंक और उस पोस्ट से आने वाले लोगो को हम ये कहेंगे कि ये backlinks से आया है। अकसर लोग youtube पर अपने चैनल को प्रमोट करते हैं यानि वो एक प्रकार का backlinks बनवाते है। backlinks दो प्रकार के होए हैं चलिए जानते हैं-

Do Follow

इसका साफ़ मतलब है अगर कोई आप के किसी पोस्ट का लिंक अपने किसी पोस्ट में कही भी लगता है तो वहां उसके पोस्ट पर जो भी ट्रैफिक आएगा आप पर भी आ सकता है, वहां आप का एक do follow backlinks create हो गया। ये बहुत महत्वपूर्ण होता है।

No Follow

किसी पोस्ट के नीचे कमेंट किया हुआ आप का लिंक या आप किसी पूछताछ वाले साईट पर किसी जबाब में अपना Answer देते हुए उससे टॉपिक से कोई पोस्ट का लिंक देते हैं तो वो No Follow backlinks कहलायेगा। इसका कुछ खास महत्त्व नहीं होता।

Check Site Heath

यह नहीं होना चाहिए कि आप ने साईट बना लिए और बस पोस्ट ही लिखे। आप को अपने वेबसाइट का DA, PA, Spam Score, Alexa Rank आदि पर भी ध्यान देना पड़ेगा। आप को देखना पड़ेगा कि कोई और आप का backlinks तो नहीं create कर रहा है। बहुत प्रकार से आप को अपने साईट पर प्रोटेक्शन लगाना पड़ेगा कौन क्या कर रहा है सब कुछ ध्यान रखना है। आप को competition कौन दे रहा है। किसी प्रकार का वायरस या मैलवेयर तो नहीं आ गया है आप के साइट्स में इसका भी विशेष ध्यान दे।

Do Not Copy Anyone

सीधा सीधा बात नो बकवास, आप को भी लिखना हो अपने मन से लिखे किसी का भी कॉपी न करें। youtube में तो Copyright का दर लगा रहता है। इसमें किसी भी प्रकार का copyright तो नहीं लगता लेकिन अगर आप किसी के पोस्ट को कॉपी करते हैं तो गूगल आप को रैंकिंग बिलकुल भी नहीं देगा और आप के पोस्ट पर Traffic बिलकुल भी नहीं आयेंगे। काम कम करना लेकिन ओरिजिनल करना किसी का देख मत करना। हाँ पढना सीखना और फिर अपने तरीके से लिखना हुबहू मत उतरना किसी का नहीं तो सारे मेहनत पर पानी फिर जाएगा।